कभी हँसी और ख़ुशी का मेला है पिता 👔,
कभी कितना अकेला और तन्हा है पिता ❤️,
माँ तो कह देती है अपने दिल की बात ❤️👨👧👦,
सब कुछ समेट के आसमान सा फैला है पिता! 🌟👴
कभी हँसी और ख़ुशी का मेला है पिता 👔,
कभी कितना अकेला और तन्हा है पिता ❤️,
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